PIA को खरीदने के लिए तीन कंपनियों ने अपनी बोलियां जमा कर दी हैं। ये बोलियां बंद लिफाफों में दी गईं और इस पूरे कार्यक्रम को सरकारी टीवी पर लाइव दिखाया गया।बोली देने वालों में लकी सीमेंट के लीडरशिप वाला एक बिजनेस ग्रुप, आरिफ हबीब कॉरपोरेशन के लीडरशिप वाला ग्रुप और प्राइवेट एयरलाइन एयरब्लू शामिल हैं। सभी कंपनियों को पहले ही इस प्रोसेस के लिए योग्य माना गया था।डेडलाइन के ठीक 2 दिन पहले सेना से जुड़ी एक खाद कंपनी फौजी फर्टिलाइजर प्राइवेट लिमिटेड (FFPL) ने बोली लगाने से अपना नाम वापस लिया है, जिसके बाद सिर्फ 3 दावेदार रेस में हैं।कंपनियों ने ट्रांसपेरेंट बॉक्स में अपनी बोलियों के लिफाफे डाले-इस्लामाबाद में हुए प्रोग्राम में तीनों ग्रुप के प्रतिनिधि एक-एक करके आए और ट्रांसपेरेंट बॉक्स में अपने लिफाफे डाले। सरकार ने कहा है कि दोपहर 4:00 बजे इन लिफाफों को खोला जाएगा और तब पता चलेगा कि किसने सबसे ज्यादा कीमत लगाई है। इसके बाद विजेता का फैसला किया जाएगा।प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस मौके पर कहा कि सरकार ने पूरी प्रक्रिया को साफ और पारदर्शी बनाया है ताकि किसी को कोई शक न रहे। उन्होंने कहा कि यह सौदा पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा निजीकरण सौदा हो सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे देश को फायदा होगा और PIA को नई जिंदगी मिलेगी।
पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन PIA नीलाम होगी:3 कंपनियों ने बोली लगाई,
इस्लामाबाद।आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय एयरलाइंस को बेचने की तैयारी में है। शहबाज सरकार पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की 75% हिस्सेदारी बेचेगी। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, 23 दिसंबर कोबोली जमा करने का आखिरी दिन
